प्रभु जी मोहे चाकर राखो जी ,
चाकर राखो ..चाकर राखो ....चाकर राखो जी,
प्रभुजी मोहे चाकर राखो जी।
युही झूम झूम के मस्त हो के कितने ही तेरी पुकार पे मिटते चले गए ,
जाने कितने जायेगे
यह कभी न ख़तम होने वाले सुर हम न सुनते हुए भी जाने कितनी बार सुनेगे ।
युही मिट मिट प्रभु जी तेरे सुर गाने हर बार जनम लेगे .
1 comment:
rakh liye jeeee....:-)
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