Friday, August 12, 2011

सपनो की तितलिया विचारो के फूलो से रस लेती हैं


सांसो से विचार जुड़े हैं , सांसे जितनी तेज़ी से चलेगी विचार भी उतनी ही तेज़ी से चलेगे .जितनी तेज़ी से विचार चलेगे उतनी ही तेज़ी से सपने चलेगे .
.नित्य ॐ ध्यान के समय गहरी सांसे लो .
.बहुत शांतिः से ...गहरी सांसे लो और सांसो की इस माला का लय सारा दिन बना रहे यह अभ्यास करो
.सांसे गहरे होंगी तो विचार की बाढ़ जरा धीमी पड़ेगी .
विचार के बादल जब छटेगे तो चित का आकाश का साफ़ होगा .
सपने की गति काम होगी और मिट जाएगी .
सपने की सवारी विचारो के घोड़ो पर होती हैं .
घोड़े की दौड़ बंद होगी तो सवार भी गायब हो जायेगे
हरी ॐ तट सत.

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